★जिंदगी से कितने शिकवे और शिकायते है★
जिंदगी से कितने शिकवे और शिकायते हैं
जिंदगी से कितने शिकवे और शिकायते है,,,
ये बेदर्दी जमाना दिल के गमो को क्या जाने है।।।
मोहब्बत महबूब से कितनी है हमको वो भी क्या जाने है,,,,
बस ख्वाईशें है इतनी की अब मुझे पास आकर के वो जाने है।
जमाने से नही कोई आरजू अब मुझको नही दिल जाने है,,,
तू दिलनशीं मुझे हमनशीं जानले बस यही अरमान दिल मे सोनू जगाना जाने है।।
धड़कती ये धड़कन तुझसे बार बार ये कहना जाने है,,
जीना दुस्वार सनम जी अब ये साँसे कहना मेरा न माने है।।
तेरी मोहब्बत की राहे मुझसे ये जताना जाने है,,,
राहे इश्क की बड़ी मुश्किल सोनू तू बता कैसे चलना जाने है।।
गायत्री सोनू जैन मंदसौर।