Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2020 · 1 min read

◆{ शाम }◆

एक और गम की शाम
तबाह होने में गुज़र गई,,
बेईमान सी थी मोहब्बत उसकी
तग़ाफ़ुल से तमाम बातें मुकर गई,,

Language: Hindi
Tag: शेर
6 Likes · 6 Comments · 493 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शामें दर शाम गुजरती जा रहीं हैं।
शामें दर शाम गुजरती जा रहीं हैं।
शिव प्रताप लोधी
14, मायका
14, मायका
Dr Shweta sood
अलसाई सी तुम
अलसाई सी तुम
Awadhesh Singh
"विश्वास"
Dr. Kishan tandon kranti
🎊🏮*दीपमालिका  🏮🎊
🎊🏮*दीपमालिका 🏮🎊
Shashi kala vyas
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
Manju sagar
हम लड़के हैं जनाब...
हम लड़के हैं जनाब...
पूर्वार्थ
मजदूर दिवस पर विशेष
मजदूर दिवस पर विशेष
Harminder Kaur
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
बीत गया सो बीत गया...
बीत गया सो बीत गया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
श्रृष्टि का आधार!
श्रृष्टि का आधार!
कविता झा ‘गीत’
प्रतिशोध
प्रतिशोध
Shyam Sundar Subramanian
पिता
पिता
Dr Parveen Thakur
किरणों का कोई रंग नहीं होता
किरणों का कोई रंग नहीं होता
Atul "Krishn"
भावो को पिरोता हु
भावो को पिरोता हु
भरत कुमार सोलंकी
एक ख्वाब थे तुम,
एक ख्वाब थे तुम,
लक्ष्मी सिंह
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
😊
😊
*प्रणय प्रभात*
*आओ-आओ योग करें सब (बाल कविता)*
*आओ-आओ योग करें सब (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मैं तो महज आईना हूँ
मैं तो महज आईना हूँ
VINOD CHAUHAN
काश! तुम हम और हम हों जाते तेरे !
काश! तुम हम और हम हों जाते तेरे !
The_dk_poetry
((((((  (धूप ठंढी मे मुझे बहुत पसंद है))))))))
(((((( (धूप ठंढी मे मुझे बहुत पसंद है))))))))
Rituraj shivem verma
जिस चीज में दिल ना लगे,
जिस चीज में दिल ना लगे,
Sunil Maheshwari
पुरवाई
पुरवाई
Seema Garg
चलो आज खुद को आजमाते हैं
चलो आज खुद को आजमाते हैं
कवि दीपक बवेजा
किराये के मकानों में
किराये के मकानों में
करन ''केसरा''
नहीं, अब ऐसा नहीं हो सकता
नहीं, अब ऐसा नहीं हो सकता
gurudeenverma198
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
" बोलती आँखें सदा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Loading...