~~◆◆{{◆◆एक धोखा◆◆}}◆◆~~
खुशियों की सौगात लेकर आया था,वो मेरे पास ख्वाबों की बारात लेकर आया था.
दफन थी मेरी जिंदगी गुजरते वक़्त के आँगन में,वो मेरे लिए एक मंज़िल ख़ास लेकर आया था।
घुटता फिर रहा था में बंद पिंजरे से आती चीख की तरह,वो थामकर हाथ मेरा खुले आसमान की तलाश लेकर आया था।
भले ही टूट चुका था मेरा साया तक,वो मुझमें एक ज़िद एक विस्वास लेकर आया था।
वो था एक धोखा जो मिला मुझे एक शख़्स से,जो मेरे हाथ में कलम और इन आंसुओं में हज़ार रंग के एहसास लेकर आया था।