~~◆◆{{◆◆आतिश◆◆}}◆◆~~
कहे दुनिया चाहे राख मुझे,मेरे घर का कोना कोना मेरे नजरिये से वाकिफ है.
जहाँ कदम रखता हूँ वो जमीन जानती है,इन तलियों का जोर कितना आतिश है।
कहे दुनिया चाहे राख मुझे,मेरे घर का कोना कोना मेरे नजरिये से वाकिफ है.
जहाँ कदम रखता हूँ वो जमीन जानती है,इन तलियों का जोर कितना आतिश है।