मुस्तक़िल बेमिसाल हुआ करती हैं।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
वो ज़माने चले गए
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
था जब सच्चा मीडिया,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
चार दिन गायब होकर देख लीजिए,
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है
वृद्धाश्रम में कुत्ता / by AFROZ ALAM
सबको सम्मान दो ,प्यार का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
ऐसे तो दूर नहीं होगी यह मुश्किल