Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2023 · 1 min read

■ होली की ठिठोली…

#ज्ञान_ग्रंथि…
■ होली की ठिठोली…
★ आज ही पता चला…!
बहिनों में दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती दिखाई देती है। ख़ास कर 23 से 59 साल तक की बहिनों में। मतलब 23 से कम वाली 23 की होने का इंतज़ार करें और 59 पार वाली अगले जन्म का। जय हो दीन-दयालु, परम्-कृपालु!!
“बुरा न मानो होली (पास ही) है….।।”
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राम रावण युद्ध
राम रावण युद्ध
Kanchan verma
भोर
भोर
Kanchan Khanna
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
manjula chauhan
“बोझिल मन ”
“बोझिल मन ”
DrLakshman Jha Parimal
पिता
पिता
Shweta Soni
मालिक मेरे करना सहारा ।
मालिक मेरे करना सहारा ।
Buddha Prakash
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
AJAY AMITABH SUMAN
साहित्य सत्य और न्याय का मार्ग प्रशस्त करता है।
साहित्य सत्य और न्याय का मार्ग प्रशस्त करता है।
पंकज कुमार कर्ण
मुस्कानों की बागानों में
मुस्कानों की बागानों में
sushil sarna
" टैगोर "
सुनीलानंद महंत
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
gurudeenverma198
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय प्रभात*
हिसाब हुआ जब संपत्ति का मैंने अपने हिस्से में किताबें मांग ल
हिसाब हुआ जब संपत्ति का मैंने अपने हिस्से में किताबें मांग ल
Lokesh Sharma
रफ़्ता -रफ़्ता पलटिए पन्ने तार्रुफ़ के,
रफ़्ता -रफ़्ता पलटिए पन्ने तार्रुफ़ के,
ओसमणी साहू 'ओश'
अगनित अभिलाषा
अगनित अभिलाषा
Dr. Meenakshi Sharma
Growth requires vulnerability.
Growth requires vulnerability.
पूर्वार्थ
3275.*पूर्णिका*
3275.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
व्यस्तता
व्यस्तता
Surya Barman
आक्रोश तेरे प्रेम का
आक्रोश तेरे प्रेम का
भरत कुमार सोलंकी
न जल लाते हैं ये बादल(मुक्तक)
न जल लाते हैं ये बादल(मुक्तक)
Ravi Prakash
"तेरे बारे में"
Dr. Kishan tandon kranti
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
Indu Singh
*एक चूहा*
*एक चूहा*
Ghanshyam Poddar
सूखा पेड़
सूखा पेड़
Juhi Grover
ख़्वाब टूटा
ख़्वाब टूटा
Dr fauzia Naseem shad
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"इंसान की फितरत"
Yogendra Chaturwedi
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
Madhuyanka Raj
Loading...