Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2023 · 1 min read

■ समय के साथ सब बदलता है। कहावतें भी। एक उदाहरण-

■ समय के साथ सब बदलता है। कहावतें भी। एक उदाहरण-

2 Likes · 297 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जुनून
जुनून
अखिलेश 'अखिल'
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप ।
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
सत्य कुमार प्रेमी
छन्द- सम वर्णिक छन्द
छन्द- सम वर्णिक छन्द " कीर्ति "
rekha mohan
2600.पूर्णिका
2600.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
विपक्ष से सवाल
विपक्ष से सवाल
Shekhar Chandra Mitra
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
अनुराग दीक्षित
कल और आज जीनें की आस
कल और आज जीनें की आस
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
सावरकर ने लिखा 1857 की क्रान्ति का इतिहास
कवि रमेशराज
हमसफर
हमसफर
लक्ष्मी सिंह
मां की कलम से!!!
मां की कलम से!!!
Seema gupta,Alwar
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
*
*"तुलसी मैया"*
Shashi kala vyas
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
विजय कुमार अग्रवाल
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
न तोड़ दिल ये हमारा सहा न जाएगा
न तोड़ दिल ये हमारा सहा न जाएगा
Dr Archana Gupta
नारी नारायणी
नारी नारायणी
Sandeep Pande
याद आया मुझको बचपन मेरा....
याद आया मुझको बचपन मेरा....
Harminder Kaur
मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर।
मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर।
Suryakant Dwivedi
Yado par kbhi kaha pahra hota h.
Yado par kbhi kaha pahra hota h.
Sakshi Tripathi
उम्मींदें तेरी हमसे
उम्मींदें तेरी हमसे
Dr fauzia Naseem shad
*बादलों से घिरा, दिन है ज्यों रात है (मुक्तक)*
*बादलों से घिरा, दिन है ज्यों रात है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
"यदि"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-420💐
💐प्रेम कौतुक-420💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी प्यारी कविता
मेरी प्यारी कविता
Ms.Ankit Halke jha
International Hindi Day
International Hindi Day
Tushar Jagawat
ऐसा लगता है कि
ऐसा लगता है कि
*Author प्रणय प्रभात*
आंखें
आंखें
Ghanshyam Poddar
*इस बरस*
*इस बरस*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...