Even the most lovable, emotional person gets exhausted if it
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
आ गया मौसम सुहाना
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
जी हां मजदूर हूं
Anamika Tiwari 'annpurna '
मौसम ए बहार क्या आया ,सभी गुल सामने आने लगे हैं,
जो भी आया प्रेम से,इनमे गया समाय ।
मुहब्बत मील का पत्थर नहीं जो छूट जायेगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
धार तुम देते रहो
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
"इक दनदनाती है ,रेल ,जो रोज है चलती ,
- रिश्ते व उनकी रिश्तेदारिया -
*जनहित में विद्यालय जिनकी, रचना उन्हें प्रणाम है (गीत)*