■ सड़ा हुआ फल ताज़ा नहीं हो सकता। बिगड़ैल सुधर नहीं सकते। जब तक ■ सड़ा हुआ फल ताज़ा नहीं हो सकता। बिगड़ैल सुधर नहीं सकते। जब तक ख़ुद न चाहें या समय सुयोग न बने।