जो विष को पीना जाने
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
औरते और शोहरते किसी के भी मन मस्तिष्क को लक्ष्य से भटका सकती
"तर्के-राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पधारो मेरे राम बन्ना, पधारो सा….
उसकी आंखों में मैंने मोहब्बत देखी है,
गवाही देंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
दोस्तों, जब जीवन में कुछ अच्छा होने वाला होता है तो अक्सर ऐस
बिलकुल सच है, व्यस्तता एक भ्रम है, दोस्त,
वेदना की संवेदना
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
सत्संग की ओर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
শিবকে ভালোবাসি (শিবের গান)