■ विनम्र आग्रह…
#आज_की_बात…
■ यह भी एक अपराध है।
अगर आपके अबोध बच्चे नवजात पिल्ले को चाव-चाव में उठा कर घर ले आएं, तो उन्हें उनकी मां के पास सकुशल वापस पहुंचाएं। घर में केवल तब रखें, जब उन्हें पालने और समुचित संरक्षण देने की मंशा ही नहीं समय व सामर्थ्य भी हो। अकारण एक बच्चे को मां से दूर होकर पोषण से दूर अकाल मौत की कगार पर जाते न देखें। मान कर चलें कि यह भी एक अपराध है। चार दिन पहले तक अच्छे-भले इस निरीह जीव की अकाल व दुःखद मौत के बाद इस अनुरोध पर विवश होना पड़ा है। व्यथित हृदय और क्षुब्ध मन से।
【प्रणय प्रभात】