■ लघुकथा / लेखिका
#लघुकथा
■ तलाश एक अवार्ड की!!
【प्रणय प्रभात】
ट्रेनिंग कॉलेज में पदस्थ मैडम ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को आए दिन की तरह लेखन का विषय दिया। सभी ने हमेशा की तरह जी-जान लगा कर शानदार लेख लिखे। शिक्षण-प्रशिक्षण का यह सिलसिला पूरे दो साल चला।
कुछ ही समय बाद मैडम का एक भारी-भरकम लेख संग्रह प्रकाशित हुआ। जिस पर उन्हें ऑनलाइन अलंकरण बेचने वाली कई जेबी संस्थाओं के सम्मान मिलने लगे। वहीं लेखों के मूल लेखक औसत अंक पा कर मैडम की कृपा से कृतार्थ थे।
बहरहाल, पैसों से अवार्ड खरीदने वाली मैडम को तलाश है एक अदद ऑरिजनल अवार्ड की। जो उन्हें ईमानदारी से मिल सके। वो भी बेईमानी से जुटाए और छपवाए गए लेखों के संग्रह पर।
■ प्रणय प्रभात ■
श्योपुर (मध्यप्रदेश)