■ महसूस करें तो…
■ महसूस करें तो…
थकान बताती है कि मंज़िल क़रीब ही है। निराशा कहती है कि आशाएं आसपास हैं। नाकामी बताती है कि कामयाबी आपकी तलाश में है। मैंने यह सबक़ रात से सीखा, जिसने मुझे दिन के नज़दीक आने की ख़बर दी।।
■प्रणय प्रभात■
■ महसूस करें तो…
थकान बताती है कि मंज़िल क़रीब ही है। निराशा कहती है कि आशाएं आसपास हैं। नाकामी बताती है कि कामयाबी आपकी तलाश में है। मैंने यह सबक़ रात से सीखा, जिसने मुझे दिन के नज़दीक आने की ख़बर दी।।
■प्रणय प्रभात■