Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2023 · 1 min read

■ बोलती तस्वीर

■ साहस बनाम दुस्साहस
मधुमक्खियों के छत्ते के साथ सेल्फी लेने का नतीज़ा। एक चित्र बहुत से सबक़ देता है। कोई लेना चाहें तो।।
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 256 Views

You may also like these posts

परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चा
परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चा
Ravikesh Jha
मेरी आँचल
मेरी आँचल
ललकार भारद्वाज
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सुप्रभात!
सुप्रभात!
Sonam Puneet Dubey
“एक शाम ,
“एक शाम ,
Neeraj kumar Soni
Mere papa
Mere papa
Aisha Mohan
"लाज बिचारी लाज के मारे, जल उठती है धू धू धू।
*प्रणय*
दुआओं में जिनको मांगा था।
दुआओं में जिनको मांगा था।
Taj Mohammad
- बेड़ीया -
- बेड़ीया -
bharat gehlot
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Akshay patel
सपना ....
सपना ....
sushil sarna
"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम जो हमको छोड़ चले,
तुम जो हमको छोड़ चले,
कृष्णकांत गुर्जर
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
क़दमों के निशां
क़दमों के निशां
Dr Mukesh 'Aseemit'
मरूधरां
मरूधरां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"बरसात"
Ritu chahar
किसी को टूट कर चाहना
किसी को टूट कर चाहना
Chitra Bisht
शीर्षक-सत्यम शिवम सुंदरम....
शीर्षक-सत्यम शिवम सुंदरम....
Harminder Kaur
निगाहे  नाज़  अजब  कलाम  कर  गयी ,
निगाहे नाज़ अजब कलाम कर गयी ,
Neelofar Khan
“🌟 A habit missed once is a mistake. A habit missed twice is
“🌟 A habit missed once is a mistake. A habit missed twice is
पूर्वार्थ
प्राकृतिक सौंदर्य
प्राकृतिक सौंदर्य
Rahul Singh
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
लिख लेते हैं थोड़ा-थोड़ा
Suryakant Dwivedi
विषय:तोड़ो बेड़ियाँ।
विषय:तोड़ो बेड़ियाँ।
Priya princess panwar
कर्मठ बनिए
कर्मठ बनिए
Pratibha Pandey
अब नहीं चाहिए बहारे चमन
अब नहीं चाहिए बहारे चमन
Kanchan Gupta
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
कुरुक्षेत्र में कृष्ण -अर्जुन संवाद
कुरुक्षेत्र में कृष्ण -अर्जुन संवाद
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
स्वपन सुंदरी
स्वपन सुंदरी
प्रदीप कुमार गुप्ता
शिक्षा
शिक्षा
Mukesh Kumar Rishi Verma
Loading...