जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
लगन की पतोहू / MUSAFIR BAITHA
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
-- नसीहत --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
"नाना पाटेकर का डायलॉग सच होता दिख रहा है"
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
" भींगता बस मैं रहा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
वो मेरे दिल के एहसास अब समझता नहीं है।
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।