■ निर्णय आपका…
■ निर्णय आपका…
अपने से कमतर लोगों के लिए ऊट-पटांग लिख-लिख कर या इधर-उधर से बटोर कर परोसने के बाद आत्म-मुग्ध होने से कहीं अच्छा है, अपने से बेहतर लोगों के लिखे को पढ़-पढ़ कर आगामी समय के लिए निपुण होना।।
【प्रणय प्रभात】
■ निर्णय आपका…
अपने से कमतर लोगों के लिए ऊट-पटांग लिख-लिख कर या इधर-उधर से बटोर कर परोसने के बाद आत्म-मुग्ध होने से कहीं अच्छा है, अपने से बेहतर लोगों के लिखे को पढ़-पढ़ कर आगामी समय के लिए निपुण होना।।
【प्रणय प्रभात】