" नई चढ़ाई चढ़ना है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
ये ज़िंदगी भी ज़रुरतों से चला करती है,
"मुस्कुराते हुए ही जिऊंगा"
23/84.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
When you strongly want to do something, you will find a way
#प्रियवर खोये हो कहाँ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
दोहा पंचक - - - - रात रही है बीत
नाम बदलने का था शौक इतना कि गधे का नाम बब्बर शेर रख दिया।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जो तेरे दिल पर लिखा है एक पल में बता सकती हूं ।
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
रहौ मुळकता राजवण, नैणां भरौ न नीर।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Life is not a cubic polynomial having three distinct roots w
बोट डालणा फरज निभाणा -अरविंद भारद्वाज
सत्य केवल उन लोगो के लिए कड़वा होता है
बोलेंगे हिंदी लिखेंगे हिंदी