■ दो सवाल…
■ दो सवाल…दो जवाब
कुछ सवाल बेहद कठिन होते हैं, जिनके जवाब बेहद आसान हो सकते हैं। बशर्ते विषय को लेकर आपका आत्म-विमर्श स्पष्ट व हर तरह के आग्रह-पूर्वाग्रह से रहित हो और विषय के प्रति आपके मानस में कृतज्ञता व सम्मान का भाव हो।
【प्रणय प्रभात】