Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Feb 2024 · 1 min read

■ तो समझ लेना-

■ तो समझ लेना-
【प्रणय प्रभात】
“जब मृतात्माऐं क़ब्र फाड़ कर बाहर निकल आऐं और अपने जीवित होने का सुबूत कोहराम मचाते हुए देने लगें।
चारों तरफ शोर-गुल व हलचल बढ़ जाए और आम आदमी रातों-रात ख़ास नज़र आने लगे।
बेसहारों को चारा-पानी नसीब होने लग जाए और मुर्दा संगठन व संस्थाऐं अकस्मात क्रियाशील हो उठें।
सदियों पहले के दिवंगत और मर-खप चुके जीव अचानक पूजित हो सुर्खियों में आ जाएं तथा लौंग-अदरक जैसी तीखी ज़ुबानों से इलायची की सुगंध के साथ शहद टपकने लगे तो समझ लेना चाहिए कि चुनाव सिर पर हैं।”

2 Likes · 105 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ज़ख्म आज भी
ज़ख्म आज भी
हिमांशु Kulshrestha
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
16. आग
16. आग
Rajeev Dutta
" हो सके तो किसी के दामन पर दाग न लगाना ;
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
Ashwini sharma
नदियां
नदियां
manjula chauhan
*बादल छाये नभ में काले*
*बादल छाये नभ में काले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
'प्रेम पथ की शक्ति है'
'प्रेम पथ की शक्ति है'
हरिओम 'कोमल'
*शादी के पहले, शादी के बाद*
*शादी के पहले, शादी के बाद*
Dushyant Kumar
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
शेखर सिंह
ज्ञानों का महा संगम
ज्ञानों का महा संगम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
खाईला कसम हम
खाईला कसम हम
Er.Navaneet R Shandily
दूरियां भी कभी कभी
दूरियां भी कभी कभी
Chitra Bisht
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
है जरूरी हो रहे
है जरूरी हो रहे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
हम हारते तभी हैं
हम हारते तभी हैं
Sonam Puneet Dubey
शॉल (Shawl)
शॉल (Shawl)
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अब शिक्षा का हो रहा,
अब शिक्षा का हो रहा,
sushil sarna
"मेरा प्यार "
DrLakshman Jha Parimal
4339.*पूर्णिका*
4339.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
Neeraj Agarwal
चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों
चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों
पूर्वार्थ
हर मोड़ पर कोई न कोई मिलता रहा है मुझे,
हर मोड़ पर कोई न कोई मिलता रहा है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*समान नागरिक संहिता गीत*
*समान नागरिक संहिता गीत*
Ravi Prakash
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
" वो "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...