■ तेवरी
#तेवरी-
■ नीले लिटमस लाल कर गया।।
【प्रणय प्रभात】
● देखो वक़्त कमाल कर गया।
नीले लिटमस लाल कर गया।।
● जिसको दाल हराम लगी थी।
मुर्गी वही हलाल कर गया।।
● वो विकास का नाम पा गया।
जो सागर को ताल कर गया।।
● बीता साल न कर पाया जो।
वो सब जाता साल कर गया।।
● कला बिचारी फेल हो गई।
एक उजड्ड धमाल कर गया।।
● एक बार जीता ग़लती से।
पीढी मालामाल कर गया।।
● बिन तिल्ली की बांट रेवड़ी।
सारा गांव निहाल कर गया।।
● मार-मार के वक़्त तमाचे।
लाल किसी के गाल कर गया।।
● पहले से खस्ता जीवन को।
नामुराद बेहाल कर गया।।
● जिसको रखवाली सौंपी थी।
वो बस्ती कंगाल कर गया।।
● कल जिसने था किया निलंबित।
वो ही आज बहाल कर गया।।
■प्रणय प्रभात■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)