■ जय लूट-तंत्र…
■ चुनावी चंदे की वसूली…
मध्यम व निम्न-मध्यम वर्ग वाले आम नागरिकों के लिए यह साल खुली लूट की छूट के नाम है। पूरे साल चुनावी चंदे की भरपाई के लिए तैयार रहें। फिर चाहे वो आधार कार्ड को पेन कार्ड से जोड़ने के नाम पर एक-एक हज़ार रुपए की पेनल्टी के नाम पर हो या भर्ती से पहले पर्चा लीक कराते हुए रद्द की जाने वाली नौकरियों के लिए पात्रता परीक्षा के शुल्क के नाम पर। किए जाओ जेबें ढीली। अगले साल तक जारी रहेंगे ऐसे हथकण्डे। तभी तो होगा चुनावी दंगल। जंगल में मंगल का प्रतीक। जय जय जय हो गुरु-घंटालों! जय जय जय जय नटवर लालों!!
【प्रणय प्रभात】