■ चुनावी चकल्लस ***
■ चुनावी चकल्लस ***
【प्रणय प्रभात】
सीजन आया जान कर,
लगे नाचने मोर।
सड़कों पर दिखने लगे,
देखो चिन्दी-चोर।।
देखो चिन्दी-चोर,
खड़े हैं झुण्ड बना कर।
चाय-पान देते हैं आक़ा,
ख़ुद ला-ला कर।।
कहे प्रणय कविराय,
चुनावी मौसम आया।
आम हुए हैं ख़ास,
अजब है प्रभु की माया।।
■प्रणय प्रभात■
श्योपुर (मध्यप्रदेश)