पितृपक्ष में पितरों का महत्व होता हैं।
23/112.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....!
Baat faqat itni si hai ki...
प्रीत हमारी हो
singh kunwar sarvendra vikram
दर्शन एवं विज्ञान (Philosophy and Science)
ना चाहते हुए भी रोज,वहाँ जाना पड़ता है,
यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
I became extremely pleased to go through your marvellous ach
मरने से ज्यादा खौफ़नाक होता है भुला दिया जाना...
खामोश रहेंगे अभी तो हम, कुछ नहीं बोलेंगे
तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा
जिसके लिये वो अंधा हुआ है
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
वो मेरा है इसका गर्व है मुझे