Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*प्रणय*
69 Followers
Follow
Report this post
7 Dec 2022 · 1 min read
■ कटाक्ष
किसी के प्रति दो शब्द न कहने वालों पर।
Language:
Hindi
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 445 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
*जीवन में,
नेताम आर सी
सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
TAMANNA BILASPURI
अलमस्त रश्मियां
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
छल.....
sushil sarna
वह है बहन।
Satish Srijan
प्रेम गीत :- वक़्त का कारवां...
मनोज कर्ण
"अपनी शक्तियों का संचय जीवन निर्माण की सही दिशा में और स्वतं
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
शेखर सिंह
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
Atul "Krishn"
मां तौ मां हैं 💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
सम्मान बचाने के लिए पैसा ख़र्च करना पड़ता है।
Ajit Kumar "Karn"
होता अगर पैसा पास हमारे
gurudeenverma198
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
Neeraj Agarwal
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
योग
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हृदय के राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
You're going to realize one day :
पूर्वार्थ
....एक झलक....
Naushaba Suriya
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
"देखो"
Dr. Kishan tandon kranti
#लघुकथा-
*प्रणय*
विचलित लोग
Mahender Singh
4622.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Trải nghiệm thế giới casino đỉnh cao với hàng ngàn trò chơi
Vin88
Loading...