■ एक स्वादिष्ट रचना श्री कृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या कान्हा जी के दीवानों के लिए।
#जय_उपवास
■ घर घर आनंद भयो।।
【प्रणय प्रभात】
खिचड़ी साबूदाने वाली
मेवे वाली खीर।
धनिए वाली मस्त पंजीरी
खाए जाओ वीर।
मूंगफली, श्रीफल की चकती
पूड़ी कूटू वाली।
हलवा मस्त सिंघाड़े वाला
भर देता है थाली।
चिवड़ा, चिप्स साथ सागारी
कलाकंद या रबड़ी
ऐसा व्रत भोजन से अच्छा
सेहत कर दे तगड़ी।
साथ में फल या रस मिल जाए
व्रत हो जाए पूरण।
अगले दिन से पहले लेकिन
माँग न लेना चूरण।।
(कान्हा जी का हैप्पी बर्थ-डे है। भूखे क्यों रहें। ख़ूब खाएं, उत्सव मनाएं। क्योंकि ये व्रत कुछ ख़ास है। जिसमें उमंग की मिठास है। इसलिए “खाए जाओ, खाए जाओ। कान्हा के गुण गाए जाओ।।)
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)