■ एक मिसाल…
■■ एक मिसाल…
“जीवन” और “जीवंतता” का महत्व कछुए जैसा सुस्त जीव भी जानता है। जिसे मैं जीते जी क़ब्र-नुमा माहौल में जीने के आदी मनुष्यों से बेहतर मानता हूँ।।
■प्रणय प्रभात
■■ एक मिसाल…
“जीवन” और “जीवंतता” का महत्व कछुए जैसा सुस्त जीव भी जानता है। जिसे मैं जीते जी क़ब्र-नुमा माहौल में जीने के आदी मनुष्यों से बेहतर मानता हूँ।।
■प्रणय प्रभात