प्रीत
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सबसे प्यारा सबसे न्यारा मेरा हिंदुस्तान
sp,,94बात कोई भी नहीं भूलता
*गम को यूं हलक में पिया कर*
कइयों के लिए "आज" बस एक "खाज" है, जो "कल" के लिए बस नई "खुज
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
बेशक कितने ही रहें , अश्व तेज़तर्रार
*आया जन्म दिवस मगर, कैसे कह दूॅं हर्ष (कुंडलिया)*
हाइकु haiku
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं जब भी लड़ नहीं पाई हूँ इस दुनिया के तोहमत से
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है