हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
आपस में क्यों बैर परिंदे।
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
First impression is personality,
हमें अपनी सुनने की गुणवत्ता पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है। ह
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए,