Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2023 · 1 min read

पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए,

पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए,
पत्नी रखती भूखे प्यासे रहकर करती ,
करवा चौथ,या तीज त्यौहार।
मगर पत्नी की खुशी ,उसकी लंबी उम्र ,
स्वास्थ्य या प्रसन्नता ,आत्मिक संतोष हेतु ,
कोई विरला ही पति रखे तीज त्यौहार।
बल्कि इसके विपरित हर पति करे अपनी पत्नी का जीना भी दुश्वार।

2 Likes · 302 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
gurudeenverma198
प्रभु की शरण
प्रभु की शरण
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
देश के वीरों की जब बात चली..
देश के वीरों की जब बात चली..
Harminder Kaur
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
Swati
कितना तन्हा
कितना तन्हा
Dr fauzia Naseem shad
"मकड़जाल"
Dr. Kishan tandon kranti
23/200. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/200. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वन को मत काटो
वन को मत काटो
Buddha Prakash
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Kahi pass akar ,ek dusre ko hmesha ke liye jan kar, hum dono
Sakshi Tripathi
सत्ता में वापसी के बाद
सत्ता में वापसी के बाद
*Author प्रणय प्रभात*
पाने की आशा करना यह एक बात है
पाने की आशा करना यह एक बात है
Ragini Kumari
कृष्ण सुदामा मित्रता,
कृष्ण सुदामा मित्रता,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
शेखर सिंह
विचार~
विचार~
दिनेश एल० "जैहिंद"
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
सबरी के जूठे बेर चखे प्रभु ने उनका उद्धार किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ग़ज़ल - रहते हो
ग़ज़ल - रहते हो
Mahendra Narayan
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
Shweta Soni
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
भगतसिंह
भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
वो किताब अब भी जिन्दा है।
वो किताब अब भी जिन्दा है।
दुर्गा प्रसाद नाग
*
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
जलपरी
जलपरी
लक्ष्मी सिंह
शर्म करो
शर्म करो
Sanjay ' शून्य'
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
surenderpal vaidya
अगर तूँ यूँहीं बस डरती रहेगी
अगर तूँ यूँहीं बस डरती रहेगी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
पूर्वार्थ
पिरामिड -यथार्थ के रंग
पिरामिड -यथार्थ के रंग
sushil sarna
सबक
सबक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*अतिक्रमण ( हिंदी गजल/गीतिका )*
*अतिक्रमण ( हिंदी गजल/गीतिका )*
Ravi Prakash
दूसरों को खरी-खोटी सुनाने
दूसरों को खरी-खोटी सुनाने
Dr.Rashmi Mishra
Loading...