■ आज का शेर….
■ आज का शेर…
आज के दौर में ऐसी खुली चुनौती केवल वो दे सकते हैं, जिन्हें अपनी वफ़ा पर भरोसा हो।
【प्रणय प्रभात】
■ आज का शेर…
आज के दौर में ऐसी खुली चुनौती केवल वो दे सकते हैं, जिन्हें अपनी वफ़ा पर भरोसा हो।
【प्रणय प्रभात】