जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
याद - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
लिखने मात्र से 'इंडिया' नहीं बन सकता 'भारत' कहने से नहीं, अपनाने से होगी हिंदी की सार्थकता
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
*आओ-आओ इस तरह, अद्भुत मधुर वसंत ( कुंडलिया )*
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
बुंदेली चौकड़िया-पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ज़रा ज़रा सा मैं तो तेरा होने लगा हूं।
- हम खुद को संभाल लेंगे -