स्थाई- कहो सुनो और गुनों
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
- तुम बिन यह जिंदगी बेरंग हो गई है -
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
*जब आयु साठ हो जाती है, वृद्धावस्था जब छाती है (राधेश्यामी छ
सड़ रही है उदासी तनहाई-संदीप ठाकुर
गांव में जब हम पुराने घर गये,
माॅं
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
तेवरी में गीतात्मकता +योगेन्द्र शर्मा
कल जिंदगी से बात की।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए