चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्र
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
🥀*गुरु चरणों की धूलि*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
"मैं तारीफें झूठी-मूठी नहीं करता ll
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
“बारिश और ग़रीब की झोपड़ी”
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
जिंदगी बिलकुल चिड़िया घर जैसी हो गई है।
न रंग था न रूप था खरीददार थे मिले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)