■ आज का शेर…
■ आज का शेर…
रुसवाई से बचने के बस दो ही विकल्प। दिन में परछाई और रात में तन्हाई। समझे मेरे भाई!!
★प्रणय प्रभात★
■ आज का शेर…
रुसवाई से बचने के बस दो ही विकल्प। दिन में परछाई और रात में तन्हाई। समझे मेरे भाई!!
★प्रणय प्रभात★