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27 Mar 2023 · 1 min read

■ आज का विचार

■ ख़ुद सोचिए…
जहाँ अपने आपके ख़िलाफ़ बिगुल फूंक कर आपका बेंड बजाने पर आमादा हों, वहां ग़ैरों पर भरोसे की कितनी गुंजाइश बाक़ी रहती है??
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 573 Views
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