जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
Kitna hasin ittefak tha ,
जिंदगी के कोरे कागज पर कलम की नोक ज्यादा तेज है...
भाग्य प्रबल हो जायेगा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
बाल कविता: नानी की बिल्ली
दुःख, दर्द, द्वन्द्व, अपमान, अश्रु
कृष्ण चतुर्थी भाद्रपद, है गणेशावतार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
महिला दिवस कुछ व्यंग्य-कुछ बिंब
प्रेम बनो,तब राष्ट्र, हर्षमय सद् फुलवारी
* वक्त ही वक्त तन में रक्त था *
अगर शमशीर हमने म्यान में रक्खी नहीं होती
ऐ,चाँद चमकना छोड़ भी,तेरी चाँदनी मुझे बहुत सताती है,