■ आज का मुक्तक
■ चिर_तरुणाई
साहस अनुकूल-प्रतिकूल दोनों स्थितियों में अविचलित रहने का नाम है। इसके लिए तन से अधिक मन का तरुण होना आवश्यक है।
【प्रणय प्रभात】
■ चिर_तरुणाई
साहस अनुकूल-प्रतिकूल दोनों स्थितियों में अविचलित रहने का नाम है। इसके लिए तन से अधिक मन का तरुण होना आवश्यक है।
【प्रणय प्रभात】