Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2023 · 1 min read

■ आज का मुक्तक…

■ मुक्तक का मन्तव्य…
हार को जीत में बदलने का मंत्र है हताशा के विरुद्ध एक मीठी सी मुस्कान या ज़ोरदार ठहाका। जो जीते हुए को जीत के बाद भी जीत का गर्व नहीं करने देगा। कभी आज़मा कर देखिएगा इस नुस्खे को। पता चलेगा कि हारना एक अलग चीज़ है और हार मान जाना अलग बात।
【प्रणय प्रभात】

1 Like · 441 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
‘ विरोधरस ‘---9. || विरोधरस के आलम्बनों के वाचिक अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---9. || विरोधरस के आलम्बनों के वाचिक अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
बारिश
बारिश
Punam Pande
हिंदी दोहे - हर्ष
हिंदी दोहे - हर्ष
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बस नेक इंसान का नाम
बस नेक इंसान का नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मेरी यादें
मेरी यादें
Dr fauzia Naseem shad
जो मोंगरे के गजरों का शौकीन शख़्स हूं मैं,
जो मोंगरे के गजरों का शौकीन शख़्स हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*कविवर रमेश कुमार जैन*
*कविवर रमेश कुमार जैन*
Ravi Prakash
विचार और विचारधारा
विचार और विचारधारा
Shivkumar Bilagrami
नारी और चुप्पी
नारी और चुप्पी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कल में जीवन आस है ,
कल में जीवन आस है ,
sushil sarna
"दो वक़्त की रोटी"
Ajit Kumar "Karn"
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
Moin Ahmed Aazad
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
पूर्वार्थ
विवेकवान मशीन
विवेकवान मशीन
Sandeep Pande
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
कुछ खास दिलों को
कुछ खास दिलों को
shabina. Naaz
"चित्तू चींटा कहे पुकार।
*प्रणय*
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भिखारी का कटोरा(कहानी)
भिखारी का कटोरा(कहानी)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यायावर
यायावर
Satish Srijan
"उदास सांझ"
Dr. Kishan tandon kranti
राजतंत्र क ठगबंधन!
राजतंत्र क ठगबंधन!
Bodhisatva kastooriya
आकाश मेरे ऊपर
आकाश मेरे ऊपर
Shweta Soni
4139.💐 *पूर्णिका* 💐
4139.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बाहर से लगा रखे ,दिलो पर हमने ताले है।
बाहर से लगा रखे ,दिलो पर हमने ताले है।
Surinder blackpen
वाणी
वाणी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
त्योहारों का देश
त्योहारों का देश
surenderpal vaidya
कभी  विवादों में यूँ रहकर देखा।
कभी विवादों में यूँ रहकर देखा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
बरसात
बरसात
Swami Ganganiya
Loading...