इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ
ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।
*"मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम"*
*कभी कटने से पहले भी,गले में हार होता है 【मुक्तक】*
नई पीढ़ी पूछेगी, पापा ये धोती क्या होती है…
कितना अच्छा है मुस्कुराते हुए चले जाना
बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA
तबकी बात और है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
💐प्रेम कौतुक-389💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
जो माता पिता के आंखों में आसूं लाए,
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
दिल की धड़कन भी तुम सदा भी हो । हो मेरे साथ तुम जुदा भी हो ।