कभी कभी लगता है की मैं भी मेरे साथ नही हू।हमेशा दिल और दिमाग
" अलबेले से गाँव है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
ग़ज़ल _ मुकद्दर की पहेली 🥰
अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
शब की ख़ामोशी ने बयां कर दिया है बहुत,
"घर की नीम बहुत याद आती है"
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिंदी हमारे देश की एक भाषा मात्र नहीं है ,
दूसरों की लड़ाई में ज्ञान देना बहुत आसान है।
Ranjeet Kumar Shukla- kanhauli
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
A Picture Taken Long Ago!
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गंगा- सेवा के दस दिन (नौंवां दिन)
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
*कब किसको रोग लगे कोई, सबका भविष्य अनजाना है (राधेश्यामी छंद
"जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना