■ आज का आभार
■ आज का आभार
(गीतकार मित्र राजकिशोर राज ग्वालियर के प्रति)
विगत शनिवार की रात्रि श्री हजारेश्वर महादेव मेला रंगमंच पर आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में मुझ जैसे भूले-बिसरे एक अकिंचन का नेहपूर्ण स्मरण करने के लिए। हृदय से बधाई उत्कृष्ट काव्य-पाठ के लिए भी। आप से आत्मीय भेंट सदैव सुखद होती है। कल भी आनंदप्रद रही। नेह-भाव सतत बना रहे। जय राम जी की।।