Bundeli Doha - birra
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है 【गीत】*
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
- दिया लेकर ढूंढोगे पर मेरे जैसा तुम्हे ना मिले -
नया है रंग, है नव वर्ष, जीना चाहता हूं।
बे मन सा इश्क और बात बेमन का
तुम भी सर उठा के जी सकते हो दुनिया में
बरेली में झुमका यहाँ गिरा...
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
इक सांस तेरी, इक सांस मेरी,