■ अक़्सर…
■ अक़्सर…
लगता है कि चेहरा और चरित्र एक दूसरे के पूरक हैं। किसी का चेहरा उसका किरदार उजागर कर देता है, तो किसी के चेहरे का अंदाज़ा उसकी क़रतूतों से लग जाता है।
【प्रणय प्रभात】
■ अक़्सर…
लगता है कि चेहरा और चरित्र एक दूसरे के पूरक हैं। किसी का चेहरा उसका किरदार उजागर कर देता है, तो किसी के चेहरे का अंदाज़ा उसकी क़रतूतों से लग जाता है।
【प्रणय प्रभात】