'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
दे संगता नू प्यार सतगुरु दे संगता नू प्यार
मुरझाए चेहरे फिर खिलेंगे, तू वक्त तो दे उसे
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
सुख दुख जीवन का संगम हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
सौदा हुआ था उसके होठों पर मुस्कुराहट बनी रहे,
रखें बड़े घर में सदा, मधुर सरल व्यवहार।
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था.