Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2023 · 1 min read

■न्यू थ्योरी■

■न्यू थ्योरी■

वो बाप कभी भी
“परिवारवादी/वंशवादी”
नहीं माना जाना चाहिए, जो
शरण (चरण) में आ जाए।

■प्रणय प्रभात■

1 Like · 119 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
Ravi Betulwala
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार जताना नहीं आता ...
प्यार जताना नहीं आता ...
MEENU
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं।
Neelam Sharma
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
दुनिया तेज़ चली या मुझमे ही कम रफ़्तार थी,
गुप्तरत्न
..कदम आगे बढ़ाने की कोशिश करता हू...*
..कदम आगे बढ़ाने की कोशिश करता हू...*
Naushaba Suriya
जय बोलो मानवता की🙏
जय बोलो मानवता की🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
बरसो रे मेघ (कजरी गीत)
बरसो रे मेघ (कजरी गीत)
Vishnu Prasad 'panchotiya'
संत गाडगे सिध्दांत
संत गाडगे सिध्दांत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
#सच_स्वीकार_करें.....
#सच_स्वीकार_करें.....
*Author प्रणय प्रभात*
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ओनिका सेतिया 'अनु '
3316.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3316.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम।
प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
"सैल्यूट"
Dr. Kishan tandon kranti
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
Ram Krishan Rastogi
जो मेरी जान लेने का इरादा ओढ़ के आएगा
जो मेरी जान लेने का इरादा ओढ़ के आएगा
Harinarayan Tanha
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
Dr Tabassum Jahan
आइये तर्क पर विचार करते है
आइये तर्क पर विचार करते है
शेखर सिंह
बिजलियों का दौर
बिजलियों का दौर
अरशद रसूल बदायूंनी
नया से भी नया
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
अगर.... किसीसे ..... असीम प्रेम करो तो इतना कर लेना की तुम्ह
अगर.... किसीसे ..... असीम प्रेम करो तो इतना कर लेना की तुम्ह
पूर्वार्थ
हिन्दी दोहा -भेद
हिन्दी दोहा -भेद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*** लम्हा.....!!! ***
*** लम्हा.....!!! ***
VEDANTA PATEL
ज़बानें हमारी हैं, सदियों पुरानी
ज़बानें हमारी हैं, सदियों पुरानी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रखना जीवन में सदा, सुंदर दृष्टा-भाव (कुंडलिया)
रखना जीवन में सदा, सुंदर दृष्टा-भाव (कुंडलिया)
Ravi Prakash
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
अंत में पैसा केवल
अंत में पैसा केवल
Aarti sirsat
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
डी. के. निवातिया
Loading...