√√बचपन की जब खुली एलबम 【गीत】
बचपन की जब खुली एलबम 【गीत】
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बचपन की जब खुली एलबम पहला पन्ना आया
(1)
सुबह-सुबह माँ उठकर सबसे पहले चाय बनाती
अंगीठी लेकिन उससे पहले दुखभरी जलाती
अंगीठी में एक बड़ा – सा होता था दरवाजा
रोज सुबह कहता रद्दी अखबारों से ओ! आ जा
आग लगाने को दरवाजे में अखबार ठुँसाया
(2)
ऊपर चाय उबलती, नीचे टोस्ट सेंकते जाते
एक बार में चिमटे पर दो टोस्ट सिर्फ थे आते
लाल-लाल जब सिंक जाते तो मक्खन खूब लगाते
भरे पुआलों से बोरी के गद्दों पर मुस्काते
कप में गरमा – गरम चाय का वह फिर स्वाद न पाया
बचपन की जब खुली एलबम पहला पन्ना आया
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रचयिताः रवि प्रकाश,बाजार सर्राफा
रामपुर(,उ.प्र.)मोबाइल 9997615451