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11 Mar 2022 · 1 min read

√√तितली आई 【बाल कविता】

तितली आई 【बाल कविता】
★★★★★★★★★★★★★★
तितली आई उड़ते-उड़ते
दाएं-बाएं मुड़ते-मुड़ते

राजू का दिल उस पर आया
उसे पकड़ने हाथ बढ़ाया

तितली बोली “मर जाऊंगी
नहीं कभी अब फिर आऊंगी”

राजू बोला “प्यारी बहना !
माफ करो ,मानूंगा कहना ”
——————————————
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

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