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2 Dec 2021 · 1 min read

ਬਣ ਗਈ ਸੋਹਣੀ ਰਸ਼ਮ

* ਬਣ ਗਈ ਸੋਹਣੀ ਨਜ਼ਮ *
********************

ਪੂਰੀ ਹੋ ਗਈ ਸਾਰੀ ਰਸ਼ਮ
ਬਣ ਗਈ ਹੈ ਸੋਹਣੀ ਨਜ਼ਮ

ਬੇਸ਼ੱਕ ਵੱਧ ਗਈਆਂ ਦੂਰੀਆਂ
ਟੁੱਟ ਗਏ ਨੈ ਵਾਅਦੇ ਤੇ ਕਸਮ

ਮਾਂ ਬੋਲੀ ਦਾ ਵੇਖੋ ਜ਼ਰਾ ਹਾਲ
ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਆ ਰਹੇ ਨੈ ਮੱਲ੍ਹਮ

ਰਿਸ਼ਤੇ ਨਿਭਦੇ ਨੈ ਕਿਸ਼ਤਾਂ ਚ
ਨਿੱਤ ਪੈਦਾ ਹੋਂਦੇ ਰਹਿੰਦੇ ਬਹਿਮ

ਹਉਮੈ ਛਾਈ ਹੋਈ ਅੱਖਾਂ ਵਿਚ
ਨਜ਼ਰ ਨਹੀਂ ਆਉਂਦੀ ਹੈ ਸ਼ਰਮ

ਹਮ ਹੋ ਗਏ ਨੈ ਹੁਣ ਮੈਂ ਤੇ ਤੁਮ
ਕੱਲੇ ਕੱਲੇ ਹੋ ਗਏ ਨੈ ਹੁਣ ਹਮ

ਕੰਮ ਨਾ ਆਵੇ ਭਕਤੀ ਸ਼ਕਤੀ
ਪੂਜਾ ਉਪਾਸ਼ਨਾ ਹੋਈਆਂ ਨਰਮ

ਮਨਸੀਰਤ ਮਨ ਨਹੀਂ ਹੈ ਸਾਫ਼
ਮਾਹੌਲ ਹੋ ਗਏ ਗਰਮਾਗਰਮ
**********************
ਸੁੱਖਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਮਨਸੀਰਤ
ਖੇੜੀ ਰਾਓ ਵਾਲੀ (ਕੈਥਲ)

Language: Punjabi
222 Views
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