४ क्षणिकाएं , एक पंक्तिय
जो हार माने, जीवन ना जाने ।
जो दुख जाने, जीवन सही जाने ।
दुख जाने, जाने सही सुख पाने ।
सिर्फ सुख जाने, समय नहीं जाने l
अरविन्द व्यास “प्यास”
जो हार माने, जीवन ना जाने ।
जो दुख जाने, जीवन सही जाने ।
दुख जाने, जाने सही सुख पाने ।
सिर्फ सुख जाने, समय नहीं जाने l
अरविन्द व्यास “प्यास”