बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
हमारे तो पूजनीय भीमराव है
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
हिज़ाब को चेहरे से हटाएँ किस तरह Ghazal by Vinit Singh Shayar
इन्सान पता नही क्यूँ स्वयं को दूसरो के समक्ष सही साबित करने
मेरी फितरत है बस मुस्कुराने की सदा
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़
24/251. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
सन्यासी का सच तप
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
*शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित