इन तूफानों का डर हमको कुछ भी नहीं
जी हमारा नाम है "भ्रष्ट आचार"
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है।
*बच्चे-जैसे हम बनें, प्रभु जी दो वरदान (कुंडलिया)*
Everyone enjoys being acknowledged and appreciated. Sometime
शब्द केवल शब्द नहीं हैं वो किसी के लिए प्राण हैं
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो
एक पल को न सुकून है दिल को।
आंखों में ख़्वाब है न कोई दास्ताँ है अब
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
किसी ने बड़े ही तहजीब से मुझे महफिल में बुलाया था।
रोशनी से तेरी वहां चांद रूठा बैठा है